ट्रेन में औरत की चूत चाटकर गांड मारी

A beautiful Indian woman with a 25 year boy in train setup

मेरा नाम मयंक है, और मैं गोरखपुर का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 25 साल है, और बचपन से ही मेरे दिल में औरतों के लिए एक अलग सा जुनून रहा है। मेरे घर के सामने वाली आंटी हो या बगल वाली, दोनों की अपनी-अपनी खासियत थी। खासकर बगल वाली आंटी की मोटी, गोल गांड … Read more

मेरे ऑनलाइन दोस्त के लंड ने मेरी सील तोड़ी

A girl using smartphone in bedroom

हेलो दोस्तों मेरा नाम सलोनी है, मैं कभी-कभी सोचती हूँ — क्या अकेलापन कोई सज़ा है, या बस एक दौर?24 की उम्र में सब कुछ था — नौकरी, दोस्त, इंडिपेंडेंस… लेकिन दिल के किसी कोने में कुछ हमेशा अधूरा था। मैं बहुत खूबसूरत हूँ, मेरी छाती 34 इंच है, कमर 30 इंच है, रंग गोरा, … Read more

लंड की प्यासी ज्योति की सील तोड़ी

मैं अर्जुन वर्मा हूँ।23 साल का, अभी-अभी ग्रैजुएशन करके पहली बार एक प्राइवेट स्कूल में मैथ्स पढ़ा रहा हूँ — किताबें और chalk मेरी दुनिया थीं,पर जिस दिन वो क्लास में दाख़िल हुई — दुनिया थोड़ी बदल गई। ज्योति। ज्योति लगभग 17-18 साल की रही होगी, बला की खूबसूरत जैसे उसके सामने बड़ी-बड़ी एक्ट्रेसेस फ़ैल … Read more

कहानी: “बरसात की वो शाम” भाग- 1

Naina and Aarav happy

मुंबई की बारिश हमेशा कुछ न कुछ जज़्बात ले कर आती है। आरव, एक 30 वर्षीय आर्किटेक्ट, उस दिन ऑफिस से जल्दी निकल गया था। मौसम कुछ खास था — बादलों की गड़गड़ाहट, सड़क पर पानी की हल्की परत, और हवा में घुली मिट्टी की खुशबू। वो सीधा कार से बांद्रा के एक पुराने कैफ़े … Read more

“बरसात की वो शाम – भाग 2: और करीब…”

उस दिन के बाद, नैना और आरव के बीच एक अलग ही जुड़ाव बन चुका था। वे अब अक्सर एक-दूसरे के घर पर मिलने लगे। कभी खाना बनाते, कभी कोई फिल्म देखते हुए एक-दूसरे के कंधे पर सिर रख कर सो जाते। उन छोटी-छोटी बातों में जो अपनापन था, वही उन्हें असली रिश्ते की तरफ … Read more

बरसात की वो शाम – भाग 3: देह नहीं, आत्मा की भाषा”

Naina and Aarav romantic scene

बारिश की हल्की बूँदें खिड़की पर बज रही थीं, और कमरे में धीमी-सी रौशनी थी। नैना, आरव की शर्ट पहने हुए बालों को सुखा रही थी, और उसकी मुस्कान में एक नई चमक थी — जैसे पहली बार किसी ने उसे बिना शर्त अपनाया हो। आरव उसके पास आया, और बिना कुछ कहे उसके पीछे … Read more

बरसात की वो शाम – भाग 4: एक सांस, एक देह, एक रूह

Naina and Aarav romantic scene

कमरा अब पूरी तरह ख़ामोश था, बस बाहर बारिश की रिमझिम और उनके दिलों की धड़कनों की आवाज़ थी।नैना ने धीरे से आरव की उँगलियों को अपने होठों पर रखा और कहा,“मुझे तुम्हारा हर छूना महसूस करना है… लेकिन जल्दबाज़ी नहीं, बस ठहराव चाहिए…” आरव ने उसकी बात सुनी — नज़रों से, सांसों से। वो … Read more

बरसात की वो शाम – भाग 5: अतीत की परछाई

Naina and Vivek first meet

मुंबई की एक दोपहर, जब नैना घर पर अकेली थी, दरवाज़े पर बेल बजी। उसने दरवाज़ा खोला तो सामने एक चेहरा खड़ा था — जिसे देखकर उसकी साँसें रुक गईं। विवेक।उसका पूर्व पति। चार साल बाद वो सामने खड़ा था — उतना ही शांत, उतना ही संजीदा, और उतना ही असहज। “हाय नैना…” उसने कहा। … Read more

बरसात की वो शाम – भाग 6: वो अधूरा हिस्सा

Naina with vivek romatic

विवेक के जाने के बाद नैना को लगा सब कुछ खत्म हो गया है।पर जैसे-जैसे दिन बीते, वो बार-बार खुद से सवाल करने लगी:“क्या वाकई मैंने उस पुराने अध्याय को पूरी तरह बंद किया था?” आरव अब भी वैसे ही था — स्थिर, सच्चा, समर्पित।लेकिन नैना के भीतर एक बेचैनी पनप रही थी — जो … Read more

बरसात की वो शाम: अंतिम अध्याय

Baarish ki wo shaam

नैना ने बहुत हिम्मत जुटाकर आरव को सब कुछ बता दिया — एक-एक बात, बिना कुछ छुपाए। आरव की आँखों में सिर्फ़ एक ही चीज़ थी: टूटन। “मैंने तुम पर भरोसा किया था, नैना… और तुमने वो सबसे कीमती चीज़ तोड़ दी,” उसने कहा, और बिना पीछे देखे चला गया। नैना दरवाज़े के पास खड़ी … Read more