कहानी: “बरसात की वो शाम” भाग- 1
मुंबई की बारिश हमेशा कुछ न कुछ जज़्बात ले कर आती है। आरव, एक 30 वर्षीय आर्किटेक्ट, उस दिन ऑफिस से जल्दी निकल गया था। मौसम कुछ खास था — बादलों की गड़गड़ाहट, सड़क पर पानी की हल्की परत, और हवा में घुली मिट्टी की खुशबू। वो सीधा कार से बांद्रा के एक पुराने कैफ़े … Read more